आतंकी बेटे सैफुल्ला का शव नहीं लेने वाले पिता 'सरताज' से सीख लें नौजवानः दरगाह दीवान
- Rajasthan Khabre
- Mar 10, 2017
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Rajasthan News : सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती दरगाह अजमेर के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने आतंकवादी सैफुल्ला के पिता सरताज द्वारा उसका शव लेने से मना करने के कदम की सराहना की है।

लखनऊ एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादी सैफुल्ला के पिता द्वारा उसका शव लेने से मना करने के कदम की सराहना करते हुए कहा कि सैफुल्ला ने जो किया वो अफसोसजनक है और उसके पिता ने जो कहा और किया वो राष्ट्र के प्रति समर्पण और राष्ट्रीयता की सच्ची भावना है।
उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को मृतक आतंकी सैफुल्ला के पिता सरताज से दो कदम आगे बताते हुए कहा कि गृहमंत्री ने आतंकी के पिता द्वारा लिए फैसले के बाद पिता को देश का गौरव बताकर प्रशंसनीय काम किया है। उन्होंने सरताज जैसे देशभक्तों से युवाओं को सीख लेने की जरुरत बताते हुए कहा कि देश का नौजवान इससे सीख ले।
उन्होंने कहा कि देश का नौजवान शिक्षा, कौशल, क्षमता तथा देशभक्ति जैसी भावना लिए खड़ा है लेकिन जब उन्हें कोई सहारा नहीं देता तो आतंकवादी संगठन उन्हें थाम लेते है और फिर लखनऊ जैसी घटनाएं होती है।
गौरतलब है कि लखनऊ मुठभेड़ में आतंकी सैफुल्ला मारा गया था। उसके पिता सरताज एवं परिवार ने सैफुल्ला का शव लेने से इनकार करते हुए कहा कि वह देशद्रोही था और अल्लाह भी उसे माफ नहीं करेगा। ताजा हिन्दी खबरो के लिए क्लिक करे Rajasthan News in Hindi पर
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